1 |
नाथ पंथ:साधनाऔर साहित्य, सह सम्पादन |
किताबे,दरियागंज, नयी दिल्ली |
9789390702459 |
2023 |
2 |
नाथपंथ:योग और दर्शन, सह सम्पादन |
किताबे,दरियागंज, नयी दिल्ली |
9789390702534 |
2023 |
3 |
नाथ पंथ का वैश्विक प्रदेय, सह सम्पादन |
किताबे,दरियागंज, नयी दिल्ली |
9789395472685 |
2023 |
4 |
नाथ पंथ विश्वकोश ,सह सम्पादन |
किताबे,दरियागंज, नयी दिल्ली |
9789390702541 |
2023 |
5 |
दीनदयाल उपाध्याय का एकात्म मानव दर्शन 1, सह सम्पादन |
किताबे,दरियागंज, नयी दिल्ली |
9789390702619 |
2023 |
6 |
दीनदयाल उपाध्याय का एकात्म मानव दर्शन 2,सह सम्पादन |
किताबे,दरियागंज, नयी दिल्ली |
9789390702619 |
2023 |
7 |
भक्तिकाल की भूमिका , 978.81.929955.7.1 |
आकार प्रकाशन, गोरखपुर-273015 |
9788192995571 |
2015 |
8 |
उपन्यास का शिल्प , |
नीलकमल प्रकाशन, गोरखपुर |
9789381054796 |
2015 |
9 |
कविता का साहचर्य , |
सारस्वत प्रकाशन, मुजफ्फरपुर, |
9789380621449 |
2015 |
10 |
. आलोचना की चुनौतियाँ (सम्पादित), |
नयी किताब प्रकाशन, रोहणी, दिल्ली-110089 , |
9789381272978 |
2013 |
11 |
हिन्दी उपन्यास : उदय एवं विकास, |
नीलकमल प्रकाशन, गोरखपुर, |
9789381054314 |
2012 |
12 |
दलित सन्दर्भ और प्रेमचन्द |
अभिधा प्रकाशन, मुजफ्फरपुर, . |
97893808596518 |
2012 |
13 |
हिन्दी काव्य चिन्तन की परम्परा, |
हिन्दी अकादमी, दिल्ली |
2011 |
2011 |
14 |
साहित्य का अन्तःकरण, |
नीलकमल प्रकाशन, गोरखपुर |
9789381054116 |
2010 |
15 |
वर्तमान परिप्रेक्ष्य और प्रेमचन्द (सम्पादित) |
सृजन प्रकाशन, लखनऊ |
2007 |
2007 |
16 |
समय का सूर्य : रामधारी सिंह ‘दिनकर’ (सम्पादित) |
सृजन प्रकाशन, लखनऊ |
2007 |
2007 |
17 |
1. मुझे चाँद चाहिए : अन्तर्वस्तु एवं शिल्प, |
परिमल प्रकाशन, इलाहाबाद |
1998 |
1998 |